1.हम यहां आपको कविता के माध्यम से खुद को व्यक्त करने में मदद करने के लिए हैं। अंग्रेजी या हिंदी में शायरी कविताओं के हमारे संग्रह पर एक नज़र डालें।

2.प्यार, दोस्ती, रिश्ते, जिंदगी और मौत पर पढ़िए ये खूबसूरत कविताएं. वे निश्चित रूप से आपको कुछ प्रेरणा देंगे।


Taqdeer Likhne Wale Ek Ehsaan Likh De




1.तकदीर लिखने वाले. एक एहसान लिख दे मेरी प्यार की तकदीर में एक मुस्कान लिख दे ना मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको चाहे उसके तकदीर में मेरी जान लिख दे,!!!


2.तकदीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई मोहब्बत करके क्या पाया मैने वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई,!!!


3.तक़दीर ने हमे आजमाया बहुत है हमने उसे मनाया बहुत है जिसकी जिंदगी खुशियों से सजा दी उसी शख्स ने हमे रुलाया बहुत है,!!!


4.वक्त से लड़कर जो अपनी नसीब बदल दे इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे कल क्या होंगा कभी ना सोचो क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल दे,!!!


5.फर्क होता है खुदा और फकीर में फर्क होता है किस्मत और लकीर में अगर कुछ चाहो और ना मिले तो समझ लेना की कुछ अच्छा लिखा है आपकी तक़दीर में,!!!


अपनी तक़दीर की आजमाइश ना कर




6.अपनी तक़दीर की. आजमाइश ना कर अपने गमों की नुमाइश ना कर जो तेरा है तेरे पास खुद आयेगा रोज रोज उसे पाने की ख्वाहिश ना कर,!!!


7.कोई वादा ना कर कोई इरादा ना कर ख्वाहिशों में खुद को आधा ना कर ये देंगी इतना ही जितना लिख दिया खुदा ने इस तक़दीर से उम्मीद ज्यादा ना कर,!!!


8.तक़दीर बनाने वाले तूने भी हद कर दी तक़दीर में किसी और का नाम लिखा था और दिल में चाहत किसी और की भर दी,!!!


9.तक़दीर ये कहकर बड़ी तसल्ली दी मुझे की वो लोग जो तेरे काबिल ही नहीं थे जिन्हें मैंने तुमसे दूर किया है,!!!


10.तक़दीर के खेल से नाराज नही होते जिंदगी में कभी उदास नही होते हाथों की लकीरों पे यकीन मत करना तक़दीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नही होते,!!!


देखकर मेरा नसीब मेरी तकदीर रोने लगी




11.देखकर मेरा नसीब. मेरी तकदीर रोने लगी लहू के अल्फाज देखकर तहरीर रोने लगी जिक्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई सूरत को देखकर खुद तस्वीर रोने लगी,!!!


12.जिंदगी तस्वीर भी है और तकदीर भी फर्क तो रंगो का है मनचाहे रंगो से बने तो तस्वीर और अंजाने रंगो से बने तो तकदीर,!!!


13.अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसे सिलसिले लिखे है किसी ने वक्त गुजारने के लिए अपना बनाया तो किसी ने अपना बना कर वक्त गुजार लिया,!!!


14.मजबूर किए गए है हम तक़दीर के हाथ नही समझ सकते जिनके जज्बात ना पाने की औकात रखते है और ना खोने का हौसला जुटा पाते है,!!!


15.चांद का क्या कसूर रात बेवफा निकली कुछ पल ठहरी और फिर चल नकली उनसे क्या कहे वो तो सच्चे थे शायद हमारी तक़दीर ही हमसे खफा निकली,!!!


हार्ट टचिंग कोट्स अबाउट लाइफ




16.प्यार की कली. सबके लिए खिलती नही चाहने पर हर एक चीज मिलती नही सच्चा प्यार किस्मत से ही मिलता है और हर किसी को ऐसी तक़दीर मिलती नही,!!!


17.किसी की तक़दीर अगर रुठ जाए उसको कोई भी किनारा नही मिलता गैरों की बात ही छोड़ो दोस्तो अपनों का सहारा भी नही मिलता,!!!


18.इश्क करना तो लगता है जैसे मौत से भी बड़ी एक सजा है क्या किसी से शिकायत करे हम जब अपनी तकदीर ही बेवफा निकली,!!!


19.मेरी मोहब्बत की तकदीर देखो जो रूठे थे उनके पैगाम आ रहे है जब मार डाला मेरी प्यास ने मुझको वो आंखो में लेकर जाम आ रहे है,!!!


20.चल आ कुछ देर अपनी हाथों की लकीरों को पढ़ लेते है तेरे मेरे बीच की तकदीरों को जोड़ देते है बहुत दर्द है इस सीने में ना जाने कब से चल आ कुछ देर बैठ के बेवजह रो लेते है,!!!

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